क्या है राक्षस गण, कौन होते है राक्षस गण? जानिए इनकी विशेषता | Rakshas Gan Kya Hota Hain

Rakshas Gan Kya Hota Hain सृष्टि में कई ऐसी शक्तिया है जो अदृश्य है किन्तु उनका आभास भी होता रहता है. किन्तु इन शक्तियों को हम प्रत्यक्ष रूप से देख नही सकते है. यह शक्तियां सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह की होती है. इन शक्तियों को कुछ लोग ही देख और महसूस कर पाते हैं. जो राक्षस गण से होते है, उम्हे इन शक्तियों का अहसास तुरंत हो जाता है. राक्षस गण वाले लोग भूत-प्रेत व आत्मा आदि शक्तियों को तुरंत ही भांप जाते हैं.

आइये जानते क्या हैं राक्षस गण? (Rakshas Gan Kya Hota Hain)

राक्षस गण के बारे में हम जीवन में कई बार सुनते है लेकिन इनके बारे में सही जानकारी कुछ ही लोगो को होती है. राक्षस गण के बारे में सुनते ही मन और मस्तिष्क में एक अजीब सा भय भी पैदा होने लगता है. और जब हम इनके बारे में थोडा भी सुनते है तो हमारा मन राक्षस गण वाले लोगों के बारे में कई कल्पनाएं भी करने लगता है. जबकि इन लोगों की सच्चाई बहुत अलग है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक मनुष्य को तीन गणों में बांटा गया है– मनुष्य गण, देव गण व राक्षस गण.
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राक्षस गण को कैसे पहचाने? (Rakshas Gan Kaise Pahchane)

किसी भी व्यक्ति के जन्म नक्षत्र या जन्म कुंडली के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि वह किस गण का व्यक्ति है. जो व्यक्ति मनुष्य गण तथा देव गण वाले होते है वे सामान्य होते हैं. जबकि राक्षस गण वाले लोगों में एक नैसर्गिक गुण होता है कि उनके आस-पास यदि कोई नकरात्मक शक्ति है तो उन्हें तुरंत इसका आभास हो जाता है. और कई बार इन लोगों को यह शक्तियां दिखाई भी देती हैं. लेकिन राक्षस गण के होने के कारण इनमें इतनी क्षमता आ जाती है कि वे इनसे जल्दी ही भयभीत नहीं होते है. राक्षस गण वाले लोग अधिक साहसी होते हैं और ये लोग विपरीत परिस्थिति में भी नही घबराते नहीं हैं.

इन नक्षत्रों में पैदा होने वाले लोगों का होता है राक्षण गण

1. कृत्तिका 2. अश्लेषा
3. मघा 4. चित्रा
5. विशाखा 6. ज्येष्ठा
7. मूल 8. धनिष्ठा
9. शतभिषा
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देव गण (Dev Gan)

ऐसे व्यक्ति जो से देव गण से संबंध रखते है वे लोग दानी, बुद्धिमान, कम खाने वाला और कोमल हृदय के होते है. ऐसे व्यक्तियों के विचार बहुत उत्तम होते हैं. देव गण के व्यक्ति अपने से पहले दूसरों का हित सोचते है.

मनुष्य गण (Manushya Gan)

ऐसे लोग जो मनुष्य गण से सम्बन्धित होते है. वे धनवान होते है और मनुष्य गण के लोग धनुर्विद्या से भी अच्छे से परिचित होते हैं. इनके नेत्र बड़े-बड़े होते हैं और ये समाज में अधिक सम्मान पाते हैं और मनुष्य गण के लोगों की हर जगह बात मानी जाती है.