कवि रुस्तम सिंह जी का जीवन परिचय | Rustam Singh (Poet) Biography in Hindi

कवि रुस्तम सिंह जी का जीवन परिचय
Rustam Singh (Poet) Biography, Books, Poem, Wiki, Bio, Rachnaye in Hindi

रुस्तम सिंह एक भारतीय कवि, दार्शनिक, अनुवादक और संपादक हैं. वे कवितायें लिखते हैं और साथ ही अंग्रेजी में सैद्धांतिक और दार्शनिक पत्र और निबंध भी लिखते हैं. रुस्तम सिंह इस युग के महत्वपूर्ण हिंदी कवि माने जाते हैं. इनकी कविताओं का कई भाषओं में अनुवाद भी किया गया है, जिनमें से अंग्रेजी, तेलुगु, मराठी, मलयालम, पंजाबी, स्वीडिश, नॉर्वेजियन और एस्टोनियन भाषा प्रमुख हैं.

Rustam Singh (Poet) Biography

कवि रुस्तम सिंह जी का जीवन परिचय | Rustam Singh (Poet) Biography in Hindi

उनकी किताबों के अलावा, उनकी कविताएँ कई महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्रिकाओं में भी छापी गयी हैं, जैसे साक्षात्कार, पूर्वाग्रह, बहुवचन, जनसत्ता, प्रतिलिपि, भारतीय साहित्य आदि. हिंदी में उनकी कविताओं का सबसे हाल ही में प्रकाशन ‘ऑनलाइन साहित्यिक पत्रिकाओं समालोचन, जानकीपुल में हुआ था.

बिंदु (Points)जानकारी (Information)
नाम (Name)रुस्तम सिंह
जन्म (Date of Birth)16 मई 1955
आयु70 वर्ष
जन्म स्थान (Birth Place)गाँव जडला, पंजाब
पिता का नाम (Father Name)ज्ञात नहीं
माता का नाम (Mother Name)ज्ञात नहीं
पत्नी का नाम (Wife Name)ज्ञात नहीं
पेशा (Occupation )लेखक, कवि, संपादक
अवार्ड (Award) विशिष्ट सेवा पदक

रुस्तम सिंह का जन्म 16 मई 1955 में पंजाब राज्य के नवांशहर जिले के एक गाँव जडला में हुआ था, बाद में उनका पूरा परिवार हरियाणा के टोहाना में आकर बस गया, जहाँ उन्होंने अपनी प्रारंभिक और कॉलेज की शिक्षा पूरी की.

प्रारम्भ में उन्होंने एक मैकेनिक, लेथ ऑपरेटर और वेल्डर के रूप में कार्य किया. बाद में वे कुछ वर्षों के लिए एक सेना अधिकारी भी रहे.

अगर इनकी शिक्षा की बात करें तो इन्होने एम.फिल. किया है, जिसमें इन्हें गोल्ड मैडल भी प्राप्त हुआ है. इन्होने पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से राजनीति विज्ञान और राजनीतिक दर्शन में पीएच.डी. की है.

उन्हें एम.फिल. और पीएच.डी. के लिए, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) जूनियर रिसर्च फेलोशिप (अक्टूबर 1986 – सितंबर 1988) और फिर एक सीनियर रिसर्च फेलोशिप (अक्टूबर 1988 – सितंबर 1991) से सम्मानित किया गया था. इन्होने मार्क्सवादी सिद्धांत के ऊपर पीएच.डी. की थी.

इस दौरान वे कई शोध और संपादकीय कार्यों में संलग्न रहे

वे ‘आर्थिक और राजनीतिक साप्ताहिक बॉम्बे (1993-94)’ के सहायक संपादक रह चुके हैं, इसके आलावा ‘विकासशील समाज के अध्ययन केंद्र, दिल्ली (1995-96)’ में अनुसंधान सहयोगी, समरहिल IIAS रिव्यू के संपादक, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी, शिमला (1996-1999) में फैलो, वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी, शिमला (1998-1999) की एक पत्रिका ‘मानविकी और सामाजिक विज्ञान में अध्ययन’ के संपादकीय बोर्ड के सदस्य रह चुके हैं, एकलव्य फाउंडेशन, मध्य प्रदेश में (2007-2015) सीनियर फैलो और सीनियर एडिटर रह चुके हैं.

रुस्तम सिंह जी की रचनायें | Rustam Singh Rachnaye

कवितायेँ रुस्तम जी की कुछ प्रमुख कवितायेँ निम्नलिखित हैं –

अज्ञानता से अज्ञानता तक 1981, रुस्तम की कवितायेँ, तेजी और रुस्तम की कवितायेँ, न तो मैं कुछ कह रहा था, मेरी आत्मा कांपती है, पेड़ नीला था और अन्य कवितायेँ

रुस्तम सिंह जी की पुस्तकें | Rustam Singh Books

रुस्तम जी ने कुछ किताबे अंग्रेजी में भी लिखी हैं –

  • वीपिंग एंड अदर एसेज,
  • ए स्टोरी ऑफ़ पोलिटिकल आइडियाज फॉर यंग,
  • वायलेंस एंड मर्क्सिस्म: मार्क्स तो माव

इसके अलावा रुस्तम सिंह जी ने कुछ पेपर्स और निबंध भी लिखे हैं. रुस्तम जी की कविताओं के अनुवाद भी किये गए हैं, भारतीय भाषाओं के अलावा, रुस्तम सिंह की कविताओं का अंग्रेजी, स्वीडिश, नॉर्वेजियन और एस्टोनियाई में अनुवाद किया गया है. उनकी कविताओं के अंग्रेजी अनुवाद अंतर्राष्ट्रीय त्रैमासिक (यूएसए), भारतीय साहित्य में उल्लेखित किये गए हैं.

रुस्तम जी ने स्वयं कुछ किताबों के अनुवाद नार्वेजियन से हिंदी में किये है. रुस्तम जी के साथ अनुवाद में सहयोग तेजी ग्रोवर का रहा है.

विचार और तर्क – रुस्तम सिंह के अनुसार, दुनिया का सामाजिक-ऐतिहासिक होना एक ‘संवाद’ है, लेकिन संवाद केवल विरोधाभासी होता है.

इसे भी पढ़े :

Leave a Comment