मैक एड्रेस क्या होता हैं और उसे चेंज कैसे करते हैं? | How to change MAC address in hindi

जानिए कंप्यूटर में मैक एड्रेस क्या होता हैं और इसे किस प्रकार बदला जा सकता हैं | What is MAC address and how to change it in hindi

दोस्तों आप कंप्यूटर नॉलेज रखते हो या फिर कही न कही कंप्यूटर नेटवर्किंग से जुड़े हुए हैं तो आपने MAC address और IP address जैसी कुछ टर्म जरुर सुनी होगी. यह एक ऐसी चीज़ से जिसका आप रोजाना ज़िन्दगी में कई बार उपयोग करते होंगे लेकिन इससे अनजान ही रहे होंगे. चलिए आज हम इसको विस्तार और बहुत ही आसन भाषा में आपको इसको समझाने की कोशिश करेंगे.

मैक एड्रेस क्या हैं? (MAC address in hindi)

MAC (Media Access Control) address हर डिवाइस का एक Physical Address होता हैं. यह हर डिवाइस का वो परमानेंट एड्रेस होता हैं जिसकी मदद से वह डिवाइस नेटवर्क से जुडी होती हैं. इस एड्रेस का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपके डिवाइस को पुरे नेटवर्क में यूनिक रखता हैं. MAC किसी भी Hardware का Identiifcation Number होता है, यह 12 Digit का Hexa-decimal Number होता है, जो 2-2 के Pair में होता है. इस एड्रेस डिवाइस को तब दिया जाता हैं जब उसका निर्माण किया जाता हैं. इसे कभी बदला नहीं जा सकता हैं ( लेकिन आगे हम आपको यह बताएँगे कि इसे बदला भी जा सकता हैं)

How to change MAC address in hindi

मैक एड्रेस का यूज़ क्यों करते हैं (MAC address Uses )

इसका यूज़ हम एक आसान से उदाहरण से समझ सकते हैं. मान लीजिये आपके घर या ऑफिस में एक ही राऊटर हैं और बहुत सारे यूजर कनेक्टिविटी के लिए राऊटर का यूज़ करना चाहते हैं लेकिन यहाँ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि इन्टरनेट प्रोवाइडर यानि ISP Internet service provider एक राऊटर पर एक ही ip address दे सकता हैं. इस हिसाब से सभी को बारी बारी से एक एक करके इन्टरनेट का यूज़ करना पड़ेगा यदि एक समय एक से ज्यादा यूजर नेटवर्क से जुड़ जाए तो एक का डाटा दुसरे को दिखने लग जायेगा.

इस दिक्कत को दूर करने के लिए MAC address को बनाया गया हैं. इसकी मदद से राऊटर यह पता लगा सकता हैं कौन से यूजर को कौन सा डाटा दिखाना हैं. जब भी आपका फ़ोन राऊटर से कनेक्ट होता है तब वो अपना MAC एड्रेस राऊटर को शेयर करता है जिससे राऊटर को समझ में आता है की कौन कौन से फ़ोन कनेक्टेड है और क्या रिक्वेस्ट कर रहे है.

MAC address एड्रेस का इसके अलावा सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसके आधार पर हम किसी भी डिवाइस को ब्लाक कर सकते हैं. मान लीजिये आपका कोई दोस्त जो अब आपका दुश्मन बन चूका है उसको आपको इन्टरनेट नहीं यूज़ करने देना हैं तो इस परिस्थिति में पासवर्ड बदलने के बजाये उसका मैक एड्रेस ब्लाक कर सकते हैं. जिसके बाद पासवर्ड पता होने के बावजूद वह इन्टरनेट यूज़ नहीं कर पायेगा.

बड़ी बड़ी वेबसाइट भी किसी अननोन यूजर को ब्लॉक करने के लिए MAC address का ही यूज़ करती हैं. जिसके बाद आप उस वेबसाइट पर कितने ही फेक अकाउंट बना ले सभी के सभी ब्लाक हो जायेगे. इसके बचने का सबसे आसान उपाए यह हैं कि आप अपना मैक एड्रेस चेंज कर ले.

How to change MAC address in hindi

MAC Spoofing क्या होता है (MAC Spoofing in Hindi)

जैसा की हमने आखिरी sentence में कहा था कि यदि आपको किसी वेबसाइट ने या फिर किसी दोस्त ने ब्लाक कर रखा हैं तो इससे बाईपास करने के लिए MAC address चेंज कर ले. लेकिन आप सोच रहे होंगे कि MAC एड्रेस कैसे change हो सकते है यह तो permanent होता हैं ना? इसका जवाब है हां, MAC address permanent होता हैं लेकिन हम एक virtual MAC address भी बना सकते हैं. इस प्रक्रिया को बोलते हैं MAC Spoofing.

मैक एड्रेस कैसे पता करे (how to find MAC address)

MAC address change करने से पहले हम कम से कम यह तो पता लगा ले कि मोबाइल और डेस्कटॉप में MAC address कैसे find किया जाता हैं. जब हमे यह पता होगा तभी तो हम पता लगा पायेगे कि असल में MAC address चेंज हुआ है कि नहीं.

विंडोज में कैसे पता लगाये (where do i find my MAC address in windows)

Windows system में MAC address find करना बहुत ही आसान काम करना हैं इसके लिए सबसे पहले आपको स्टार्ट मेनू में जाना पड़ेगा. स्टार्ट मेनू में जाने के बाद सर्च बॉक्स में cmd लिखे. और enter दबा दें.

How to change MAC address in hindi

इसके बाद आपकी स्क्रीन पर एक black screen open होगी. इस black screen पर आपको बस IPCONG/all लिखना होगा. इसके बाद आपके PC में जितनी भी नेटवर्किंग डिवाइस लगी होगी उनके MAC Address पता चल जायेंगे.

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Android में कैसे पता लगाये where do i find my MAC address in android

Android/IOS में MAC address पता करने के लिए फ़ोन की सेटिंग में जाना पड़ेगा. फ़ोन सेटिंग के अंत में ABOUT का option होता हैं. इसके अन्दर status में जाकर MAC address पता चल सकता हैं.

How to change MAC address in hindi

मैक एड्रेस कैसे बदले (How to change MAC address in hindi)

Windows

विंडोज सिस्टम में MAC address चेंज करने के लिए आपको एक सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करने जी जरुरत पड़ेगी. इस सॉफ्टवेयर जिसका नाम हैं Technitium MAC address changer. यह सॉफ्टवेयर फ्री में इसकी वेबसाइट पर उपलब्ध हैं. और ज्यादा से ज्यादा 1 MB का करीब हैं. इसीलिए डाउनलोड करने में ज्यादा मशक्त ना करे.

1 First step

Setup इनस्टॉल होने के बाद कुछ इस प्रकार की विंडो आपको नजर आएगी. इस विंडो में आप अपना अभी का MAC address देख सकते हैं.

How to change MAC address in hindi

2. Second step
MAC address चेंज करने के लिए पहले आपको एक Random MAC address वाले बटन को दबाना पड़ेगा जिसके बाद एक नया नंबर generate हो जायेगा.

How to change MAC address in hindi

3. Third step
Random number generate होने के बाद change now वाले बटन को दबा दें. जिसके बाद आपका MAC address change हो जायेगा.

How to change MAC address in hindi

4. Forth step
यही आप अपना पुराना MAC address वापस पाना चाहते है तो वापस Software में जाकर Restore to original वाला बटन दबा दें जिससे आपका पुराना MAC address वापस मिल जायेगा. हैं ना बेहद ही आसान

How to change MAC address in hindi

Android

यदि आप अपने मोबाइल फ़ोन का MAC address चेंज करना चाह रहे हैं तो वह भी बेहद ही आसान हैं इसके लिए भी आपको एक Third party application इंस्टाल करना पड़ेगी. जिसका नाम हैं MTK Engineering mode. जैसा की आप देख ही सकते हैं यह application भी मात्र 1.2 MB की ही हैं.

How to change MAC address in hindi

इनस्टॉल करने के बाद आपको इसके MTK settings option में जाना पड़ेगा. इसके बाद Connectivity पर जाये.

How to change MAC address in hindi

How to change MAC address in hindi

Connectivity में wifi option में जाकर आप नया MAC address बना सकते हैं. लेकिन ध्यान रहे यह MAC address जब तक मोबाइल चालू है तभी तक लागू रहेगा. मोबाइल restart होने के बाद वापस से MAC address रिसेट हो जायेगा.

मोबाइल नेटवर्क में मैक एड्रेस (MAC address in 2g/3g/4g network)

Media Access Control Address (MAC address) IEEE 802 network technologies में डाटा लिंक लेयर का एक प्रोटोकॉल होता हैं जो कि दो डिवाइस को एक दुसरे से कनेक्ट और यूनिक रखने के लिए यूज़ होता हैं. लेकिन जो डिवाइस सीधे तौर से नेटवर्क से जुड़े हुए हैं. उस कंडीशन में MAC address का कुछ काम नहीं रह जाता हैं. डिवाइस अपने IP address से ही नेटवर्क से जुड़ जाएगी.

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