सुब्रमण्यम स्वामी जी का जीवन परिचय | Subramanian Swamy Biography in Hindi

राजनेता सुब्रमण्यम स्वामी की जीवनी
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सुब्रमण्यम स्वामी एक भारतीय अर्थशास्त्री, सांख्यिकीविद राजनेता हैं। जो भारतीय संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा में संसद सदस्य के रूप में कार्यरत हैं।सुब्रमण्यम स्वामी ने भारत के योजना आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया है और चंद्र शेखर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। स्वामी जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उन्होंने 1990 में 2013 तक पार्टी की स्थापना के बाद से पार्टी की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 1974 और 1999 के बीच वे पांच बार लोकसभा के लिए चुने गए।

Subramanian Swamy Biography in Hindi

सुब्रमण्यम स्वामी जी का जीवन परिचय | Subramanian Swamy Biography in Hindi


स्वामी का जन्म 15 सितंबर 1939 को चेन्नई तमिलनाडु के गांव मायलापुर में हुआ था। स्वामी 81 (2020 के अनुसार) वर्ष के हैं। उनके पिता का नाम श्री सीतारमण सुब्रमण्यम था ।उनके पिता मदुरै तमिलनाडु से थे ।उनके पिता शुरू में एक भारतीय सांख्यिकी सेवा में अधिकारी थे और बाद में केंद्रीय सांख्यिकी संस्थान के निर्देशक के रूप में सेवानिवृत्त हुए। उनकी माता का नाम श्रीमती पद्मावती है।वे एक गृहणी थी ।स्वामी के एक भाई भी हैं.

बिंदु (Points)जानकारी (Information)
नाम (Name)सुब्रमण्यम स्वामी
जन्म (Date of Birth)15 सितंबर 1939
आयु (Age)79 वर्ष(2020)
जन्म स्थान (Birth Place)चेन्नई, तमिलनाडु
पिता का नाम (Father Name)श्री सीतारमण सुब्रमण्यम
माता का नाम (Mother Name)श्रीमती पद्मावती
पत्नी का नाम (Wife Name)रोकसन्ना
पेशा (Occupation )राजनेता
शिक्षा(Qualification)अर्थशास्त्र में पीएचडी
बच्चे (Children)ज्ञात नहीं
भाई-बहन (Siblings)एक भाई
अवार्ड (Award)ज्ञात नहीं
Net WorthRs 1.4 लाख करोड़

शिक्षा | Subramanian Swamy Education

राम सुब्रमण्यम स्वामी ने हिन्दू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी गणित में स्नातक ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की ।उसके बाद उन्होंने भारतीय सांख्यिकी संस्थान से अपनी मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की।उसके बाद वे अपनी अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री के लिए हार्वर्ड विश्वविद्यालय पढ़ने चले गए।

महज 24 साल की उम्र में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी पी एच डी की डिग्री प्राप्त की और कुछ वक्त के लिए हारवर्ड यूनिवर्सिटी में ही अर्थशास्त्र पढ़ाया।इसी बीच उनकी मुलाकात गणित में पी एच डी कर रही एक भारतीय पारसी महिला रोकसन्ना से हुई और उनके साथ उन्होंने जून 1966 में विवाह कर लिया। रोकसन्ना और स्वामी की 2 बेटियां भी हैं-गीतांजलि स्वामी (उद्यमी), सुहासिनी हैदर (प्रिंट और टेलीविजन पत्रकार)।

निजी और राजनेतिक करियर

1968 में अमर्त्य सेन ने स्वामी को दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनामिक्स में पढ़ाने का आमंत्रण दिया। स्वामी दिल्ली आए और 1969 में आईआईटी दिल्ली से जुड़कर अध्यापन करने लगे, लेकिन उन्होंने आईआईटी के सेमिनारों के दौरान यह कहना शुरू किया था कि भारत को पंचवर्षीय योजनाएं खत्म करनी चाहिए और विदेशी फंड पर निर्भरता से छुटकाया पाया जाए। 1972 में कुछ विवादों के चलते आईआईटी, दिल्ली की नौकरी गंवानी पड़ी। उन्होंने इसके लिए अदालत में भी अर्जी लगाई और फैसला स्वामी के पक्ष में आया ।

सन 1974 में उनके एक दोस्त और उस समय के प्रख्यात समाजसेवी नानाजी देशमुख ने उन्हें जनसंघ के और से राज्यसभा भेजा। वे 1977 में जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में रहे। 1990 के बाद वे जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। 1998 में उन्हें मदुरै से लोकसभा के सदस्य के रूप में चुना गया था। उन्होंने टीएमसी (एम) के रामबाबू एजीएस को हराया। इसके अलावा वे अधीनस्थ विधान सदस्य संबंधी समिति, रक्षा संबंधी समिति और इसके उप-समिति-I, पुस्तकालय समिति, नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य बने।इस समय
सोनिया गांधी को मुश्किल में डालने वाले स्वामी ने वर्ष 1999 में वाजपेयी सरकार को भी गिराने की कोशिश की थी।

  • 11 अगस्त, 2013 को उन्होंने अपनी पार्टी का विलय भारतीय जनता पार्टी में कर दिया।
  • 2013 तक जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के बाद, वे आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए जब राजनाथ सिंह पार्टी के अध्यक्ष थे। स्वामी जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और 2013 तक इसके अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे।
  • 2012 में भारत के उच्चतम न्यायालय ने 2 जी मामले में पीएमपी के खिलाफ स्वामी की याचिका को स्वीकार कर लिया। राजा को सीबीआई ने मामले में गिरफ्तार किया और 15 मई 2012 को जमानत मिल गई। आखिरकार, 21 दिसंबर 2017 को सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश ने ए.राजा सहित आरोपियों को बरी कर दिया।
  • 2008 में सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पांच पत्र लिखकर 2 जी स्पेक्ट्रम मामले के संबंध में तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए.राजा पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी।
  • वर्ष 2016 में, वे मनोनीत श्रेणी के तहत राज्यसभा के सदस्य बने। उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा राज्य सभा का सदस्य नियुक्त किया गया।

विवाद | Subramanian Swamy Controversy

• स्वामी विवादों में तब आए, जब उन्होंने आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को हटाने की मांग की
और कहा कि वह मन से भारतीय नहीं हैं।
• वित्त मंत्री अरुण जेटली के परिधान पर विवादित टिप्पणी करते हुए जब उन्होंने कहा था कि “उन्हें
भारतीय परिधान को पहनना चाहिए, वह कोट और टाई में वेटर लगते हैं।”

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