फैली महामारी हेतु स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र | Application to Health Officer for Epidemic Spread in Hindi

अपने क्षेत्र में फैली महामारी की रोकथाम हेतु नगर के स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र | Application to the city health officer for prevention of epidemic spread in your area

जब कभी भी क्षेत्र में हमे किसी भी प्रकार की परेशनी होती है, उस समय हम अपनी परेशनी बताने के लिए क्षेत्र अधिकारी को पत्र लिखते है. वह पत्र औपचारिक पत्र कहलाता है. इस पत्र में भी मोहल्ले का एक जागरुकत व्यक्ति स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर बताता है कि मोहल्ले में बरसात का पानी भर जाने के कारण जो मच्छर उत्पन्न होते है, उससे कई रोग फैलते है, जिसके कारण क्षेत्र में महामारी फ़ैल सकती है.

औपचारिक पत्र

प्रति,
स्वास्थ्य अधिकारी,
स्वास्थ्य विभाग,
नगर पालिका कुण्डम,
जिला जबलपुर (म.प्र.)

विषय- महामारी की रोकथाम हेतु.

महोदय,
निवेदन है कि इस पत्र के द्वारा मैं अपने क्षेत्र सुभाष नगर की सफाई व्यवस्था की और आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ. यह क्षेत्र कुछ नीचा होने के कारण यहाँ बरसात का पानी भर गया है, जिससे मच्छर बहुत अधिक मात्रा में उत्पन्न हो रहे हैं. इसी कारण से महामारी फैलने की समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. अतः आपसे प्रार्थना है कि इस क्षेत्र में दया के छिड़काव तथा सफाई की व्यवस्था करें, अन्यथा महामारी फैल सकती है.

धन्यवाद
प्रार्थी
अतुल वर्मा

ध्यान देने योग्य आवश्यक बातें

पत्र प्लेन पेपर पर लिखें : पत्र को हमेशा प्लेन पेपर पर लिखा होना चाहिए, किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी पत्र के साथ ना लिखी हुई हो. इसके अलावा पत्र को पूरे पेज पर लिखा होना चाहिए, एक पेज को दो हिस्सों में करके ना लिखे.
गलती ना हो : कई बार छात्र पत्र लिखते समय कई गलतियाँ कर देते हैं. इसीलिए जरुरी हैं कि पत्र में किसी भी प्रकार की शब्दों से जुडी हुई गलतियाँ नहीं होनी चहिए.
विषय की स्पष्टता : पत्र लिखते समय हमारा विषय स्पष्ट होना चाहिए. उसमे समझाने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. हमारे लिखे हुए शब्द सरल एवं स्पष्ट होने चाहिए ऊपर लिखे पत्र में भी आपने पढ़ा होगा कि मोहल्ले का एक जागरुकत व्यक्ति स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर बताता है कि मोहल्ले में बरसात का पानी भर जाने के कारण जो मच्छर उत्पन्न होते है उससे कई रोग फैलते है, जिसके कारण क्षेत्र में महामारी फ़ैल सकती है.
लेखन की सुन्दरता : पत्र की लेखन कला का भी आवदेन प्राप्तकर्ता के सामने प्रभाव पड़ता हैं. लेखन जिनता सुन्दर और मात्रा की गलतियों के बिना होगा उनता उन्नत रहेगा एवं एक बात का ध्यान रखे की पत्र के अक्षर एक समान लिखे हो कोई अक्षर बड़ा या छोटा नहीं होना चाहिए.

आशा हैं की आपको यह पत्र अच्छा लगा होगा. इसी तरह की और पत्र लेखन प्राप्त करने के लिए हमारी वेबसाइट के Notification को Allow करके हमारी वेबसाइट से जुड़े. इसी प्रकार के अन्य विषय पर यदि आप पत्र चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखे.

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