नॉन एल्कोहोलिक बियर पीने के फायदे | Non Alcoholic Beer Benefits in Hindi

Non Alcoholic Beer Benefits, Differeance with Alcoholic Beer, Consumption and Taste in Hindi| नॉन एल्कोहोलिक बियर पीने के फायदे, अंतर और पीने की मात्रा

बियर, आज लगभग समाज का हिस्सा बन गया है. गरीब, अमीर या मध्यवर्गीय किसी भी श्रेणी में आने वाला व्यक्ति इससे अछूता नही है. शरीर में होने वाले कई नुकसानों की जानकारी होने के बाद भी दिनोदिन बियर का बाजार बढ़ रहा है.

यदि बियर का दूसरा पक्ष देखे तो पता चलता है कि बियर के सेवन के कई फायदे भी है, लेकिन ये फायदे तभी होंगे जब इसका सेवन एक तय सीमा के अंदर किया जाए, पर यह करना बहुत मुश्किल होता है. क्योंकि बियर का सेवन एक लत के समान होती है, इसका जितना सेवन करेंगे, उतनी ही इच्छा बढ़ती जाएगी.

बियर कई चीजो से मिलकर बनती है, लेकिन जो सबसे प्रभावशाली होती है वह अल्कोहल होता है. अल्कोहल की मात्रा ही बियर की प्रकृति को निर्धारित करती है. अल्कोहल का सेवन ही शरीर मे नुकसान पहुंचाता है.

इसी बात को समझते हुए बियर की बड़ी बड़ी कंपनियां आज ऐसी बियर बाजार में उतार रही है, जिसमें अल्कोहल की मात्रा या तो बिल्कुल नही होती या लगभग न के बराबर होती है. इस प्रकार की बियर नॉन एल्कोहलिक बियर कहलाती है.

इस लेख में जानेंगे-

  • नॉन एल्कोहलिक बियर क्या है?
  • एल्कोहलिक बियर और नॉन एल्कोहलिक बियर में क्या अंतर है?
  • नॉन एल्कोहलिक बियर पीने के क्या फायदे है?
  • नॉन- एल्कोहलिक बियर का स्वाद कैसा होता है?
  • क्या नॉन एल्कोहलिक बियर में बिल्कुल भी अल्कोहल नही होता?
  • नॉन एल्कोहलिक बियर क्या है?

ऐसी बियर जिसमें अल्कोहल की मात्रा बहुत कम कर दी जाए या लगभग 0% कर दी जाए, लेकिन उसके स्वाद में कोई खास परिवर्तन न हो इसके साथ ही उसे बनाने की विधि में भी बदलाव न करना पड़े, ऐसी बियर को नॉन एल्कोहलिक बियर कहते है. इसे लो-एल्कोहलिक बियर, लाइट बियर, स्माल बियर, नियर बियर के नाम से भी जाना जाता है.

Non Alcoholic Beer Benefits in Hindi

एल्कोहलिक और नान- एल्कोहलिक बियर में क्या अंतर है?(Differeance Between Alcoholic Beer and Non Alcoholic Beer)

एल्कोहलिक बियर, ऐसी बियर होती है, जिसमे अल्कोहल की कुछ मात्रा मिली होती है. पर यदि बात की जाए नान एल्कोहलिक बियर की तो उसमें अल्कोहल की मात्रा लगभग न के बराबर होती है.

Uk के नियम अनुसार नॉन एल्कोहलिक बियर में अल्कोहल की मात्रा 0.05% रख सकते है.

किसी भी बियर में अल्कोहल की मात्रा उस बियर के आयतन (volume) के हिसाब से निर्धारित की जाती है. अल्कोहल की मात्रा मापने का पैमाना ‘Alkohol by volume’ (ABV) होता है.
अल्कोहल की मात्रा के हिसाब से बियर को चार भागो में बाँट सकते है.

Alcohol free bearअल्कोहल की मात्रा 0.05% से ज्यादा नही होती.
De- alkoholised beerअल्कोहल की मात्रा 0.5% से ज्यादा नही होती.
Low- alcohol beerअल्कोहल की मात्रा 1.2% से ज्यादा नही होती.
Alcoholic beer अल्कोहल की मात्रा 1.2% से ज्यादा होती है.

नॉन एल्कोहलिक बियर पीने के क्या फायदे होते है? (Benefits of Non Alcoholic Beer)

Uk में एक गाइड लाइन जारी की गई थी, जिसमे कहा गया था कि कोई भी पुरुष या महिला लगातार एक हफ्ते में 14 यूनिट से ज्यादा अल्कोहल का सेवन न करे, अन्यथा इससे सेहत से जुड़े गंभीर परिणाम दिखेंगे.

वहीँ यदि हम भारी अल्कोहल वाले बियर की जगह बिना अल्कोहल वाली बियर का सेवन करें तो उस स्थिति में 14 यूनिट की सीमा वाला नियम लागू नही होता क्योंकि हमारे शरीर को अल्कोहल नुकसान पहुंचाता है, और नॉन एल्कोहलिक बियर में अल्कोहल नही पाया जाता.

Non Alcoholic Beer Benefits in Hindi

नॉन एल्कोहलिक बियर से सेहत को होने वाले फायदे.(Benefits of Non Alcoholic Beer on Health)

कैलोरी की मात्रा घटाता है.

लो- एल्कोहलिक बियर या नॉन एल्कोहलिक बियर में कैलोरी की मात्रा एल्कोहलिक बियर की तुलना में बहुत कम होती है. हमे भोजन के माध्यम से कैलोरी की पर्याप्त मात्रा मिल जाती है, जितना हमारे शरीर को जरूरत होती है. इसके बाद जब कोई एल्कोहलिक बियर का सेवन करता है तो उससे मिलने वाली कैलोरी शरीर मे एक्स्ट्रा कैलोरी के रूप में जमा हो जाती है. जो कि फायदेमंद नही होती. वही नान एल्कोहलिक बियर से हमे बहुत ही कम मात्रा में कैलोरी मिलती है.

Heineken बियर 100ml पर 42 कैलोरी देता है. यानी 330 ml की बोतल पर 138 किलोकैलोरी देता है. वही दूसरी तरफ इसका नॉन एल्कोहलिक प्रोडक्ट Heineken 0.0 Lager Beer, 330 ml पर सिर्फ 69kcal ऊर्जा देता है.

तनाव कम करता है.

हम अक्सर सुनते है कि लोग बियर का सेवन अधिकतर तब करते है जब वो बहुत तनाव में होते है. पर क्या आपको पता है कि तनाव का, अल्कोहल से कोई संबंध नही है. दिमाग में उपजा तनाव अल्कोहल की वजह से नही बल्कि बियर में मौजूद पोटेशियम के वजह से जाता है. इसलिए यदि कोई तनाव दूर करने के लिए बियर पीना चाहता है, तो नॉन एल्कोहलिक बियर एक बेहतर विकल्प है, एल्कोहलिक बियर की तुलना में.

दिल को बनाए दुरुस्त

अभी तक रिसर्चरों का मानना था कि बियर में मौजूद एथेनॉल दिल की बीमारियों को दूर करता है. लेकिन नई रिसर्च में सामने आया है कि नॉन एल्कोहलिक बियर, एन्टी ऑक्सीडेंट को बढ़ाता है, विटामिन बी6 की मात्रा को बढ़ाता है, जो दिल की सेहत को दुरुस्त रखते है.

सुकूनदायक नींद

रिसर्चरों के द्वारा की गई दो रिसर्च में यह सामने आया है, कि नॉन एल्कोहलिक बियर का सेवन एक अच्छी नींद देता है.

स्पोर्ट में बियर का सेवन (Non Alcoholic Beer Consumption)

आज कल हर बड़ी टीम में यह देखा जाता है कि प्रैक्टिस करने के बाद वो बियर का सेवन करते है. इसके पीछे कारण होता है कि बियर में carbohydrates, सोडियम के अलावा कुछ ऐसे तत्व मिले होते है, जो प्रैक्टिस के दौरान होने वाले तत्वों की कमी को पूरा करते है. अब इसमें मिला अल्कोहल शरीर मे पेशाब का उत्सर्जन अधिक करने लगता है. जिसकी वजह से शरीर मे पानी की कमी होने लगती है और हमे अधिक पानी पीना पड़ता है.

एक रिसर्च में पाया गया है कि जिस बियर में जितना ज्यादा अल्कोहल की मात्रा होगी, उनके शरीर को Rehydrate करने की क्षमता उतनी ही कम होती है. अतः शरीर की थकान मिटाने के लिए एल्कोहलिक बियर की जगह नॉन एल्कोहलिक बियर का सेवन ज्यादा बेहतर है.

नॉन-एल्कोहलिक बियर का स्वाद कैसा होता है? (Taste of Non Alcoholic Beer in Hindi)

नॉन एल्कोहलिक बियर का स्वाद एल्कोहलिक बियर से मिलता जुलता होता है. लेकिन इसे बनाने की प्रकिया के दौरान इसके स्वाद में थोड़ा सा अंतर तो पड़ ही जाता है, जिसे आप पीने के दौरान महसूस कर सकते है.

क्या नॉन एल्कोहलिक बियर में बिल्कुल भी अल्कोहल नही होता?(Alkohol in Non Alcoholic Beer)

कोई भी अल्कोहल फ्री बियर बिल्कुल ही अल्कोहल फ्री नही होती है. उसमे कुछ मात्रा में अल्कोहल मौजूद रहता है. यदि वॉल्यूम के हिसाब से बात की जाए तो कम से कम 0.05% ABV, अल्कोहल हमेशा मौजूद रहता है.

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