क्रिकेट वर्ल्ड कप का इतिहास | History of Cricket World Cup in Hindi

क्रिकेट के सभी वर्ल्ड कप का इतिहास और रोचक जानकारियां | History and Interesting Facts of Cricket World Cup in Hindi

दोस्तों हम सभी की रगो में खून दौड़ता है पर अगले साल 2019 में ये खून क्रिकेट का जुनून बन जायेगा. क्योंकि अगले साल मई जून में क्रिकेट का महाकुम्भ यानि क्रिकेट वर्ल्ड कप शुरू होगा जिसमें 10 टीमे शिरकत करेंगी. इसमें खास बात यह होगी कि इस बार 10 टीमों के 2 ग्रुप नहीं बनेंगे जबकि हर टीम दूसरी टीम से ग्रुप स्टेज में ही भीड़ जाएगी. टॉप 4 टीमे सेमीफाइनल में खेलेगी. इस बार के वर्ल्ड कप में कोई भी एसोसिएट टीम नहीं होगी सभी टेस्ट खेलने वाले देश ही होंगे. तो आज हम आपको बताएँगे की वर्ल्ड कप इतिहास के हर संस्करण के कुछ खास पलों के बारे में.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1975

वर्ल्ड कप 1975 कई माईनो में खास था क्योंकि उस समय एक मैच 60 ओवर का होता था. तब खेल केवल दिन की रौशनी में और सफ़ेद कपड़ों के साथ लाल गेंद से खेला जाता था. उस वर्ल्ड कप को उस समय प्रुडेंशियल कप 75 के नाम से जानते थे और ये क्रिकेट इतिहास में पहला वर्ल्ड कप इंग्लैंड की मेजबानी में हुआ था इस वर्ल्ड कप में 6 टेस्ट खेलने वाले राष्ट्र खेल रहे थे और दो एसोसिएट टीम भी खेल रही थी. जो थी श्रीलंका और ईस्ट अफ्रीका दोनों टीम को दो ग्रुप में बांटा गया था टॉप चार टीम जो सेमीफाइनल में थी वो थी ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज. ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को और वेस्ट इंडीज ने न्यूज़ीलैण्ड को हरा कर अपनी जगह फाइनल में बनाई थी. इस वर्ल्ड कप में वेस्ट इंडीज ऑस्ट्रेलिया को हरा कर चैंपियन बना था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1979

यह वर्ल्ड कप भी पुराने वर्ल्ड कप के जैसा ही था जिसमे फिर से 8 टीम ने शिरकत किया था. उन्हें 2 ग्रुप में बांटा गया. मैच फिर से दिन की रौशनी में ही लाल गेंद और सफ़ेद कपड़ो के साथ ही खेला जाना था पर जैसे की पुराने वर्ल्ड कप में कुछ नया था. इस वर्ल्ड कप में ईस्ट अफ्रीका की जगह एक नयी एसोसिएट टीम कनाडा खेलने वाली थी. कुछ ऐसा भी हुआ था उस वर्ल्ड कप में जो कि भारत के फैन्स को निराश करने वाला था. हुआ आखिर यूँ था कि भारतीय टीम बिना किसी मैच को जीते ही बाहर हो चुकी थी. वेस्ट इंडीज, इंग्लैंड, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैण्ड की टीम ने सेमिफाइनल के लिए क्वालिफाय किया था. इंग्लैंड ने पाकिस्तान और वेस्टइंडीज ने न्यूज़ीलैण्ड को हरा कर फाइनल में अपनी जगह बनाइ थी. फाइनल में एक बार फिर से वेस्ट इंडीज जीता था. उसने इस बार इंग्लैंड को हराया था और एक बार फिर से खिताब अपने नाम किया था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1983

यह वर्ल्ड कप भारतीय क्रिकेट फैन्स के लिए बहुत खास था. उस समय वर्ल्ड कप में एक और नयी एसोसिएट टीम को देखने को मिली जो थी ज़िम्बाब्वे. पर एक बात और खास थी कि श्रीलंका की टीम इस बार आईसीसी की पूर्ण रूप से सदस्य हो चुकी थी. पर इस बार के नियमो में भी कुछ ऐसा था जो की पहले कभी नहीं हुआ था नियम ये थे की हर टीम अपने ग्रुप की हर टीम से 2 मैच खेलेगी जैसा कि आईपीएल के हर संस्करण में होता आया है. वैसा ही उस समय वर्ल्ड कप में भी हुआ था इस बार मैदानों की संख्या में भी बदलाव था जहां पिछले वर्ल्ड कप में सिर्फ 3 ही मैदान थे तो इस बार मैदानों की संख्या 15 थी जो कि पिछले दोनों वर्ल्ड कप के मुकाबले 5 गुना ज्यादा थी इस बार सेमीफाइनल में क्वालिफाय करने वाली टीम थी इंग्लैंड, पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज और भारत और ग्रुप बी की दोनों टीम ग्रुप ए की दोनों टीम को हरा कर फाइनल में थी और टीम थी 2 बार की विजेता वेस्ट इंडीज और पिछले संस्करण में एक भी मैच न जीतने वाली भारतीय टीम पर इस बार वेस्ट इंडीज जीत हासिल नहीं कर पाया. भारत की टीम ने वेस्ट इंडीज की टीम को फाइनल में नहीं जीतने दिया और भारत की ओर से कपिल देव ने अपनी कप्तानी में टीम को फाइनल में पंहुचा कर खिताब जिताया था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1987

यह वर्ल्ड कप भी कई तरह से पिछले वर्ल्ड कप से अलग था. इस वर्ल्ड कप की मेजबानी इस बार इंग्लैंड और वेल्स के पास नहीं जबकि भारत और पाकिस्तान के पास थी. ये पहला वर्ल्ड कप था जो कि आईसीसी की निगरानी में था. जी हां आपने सही पढ़ा ये पहला वर्ल्ड कप था जो कि आईसीसी की निगरानी में था और इस बार मैच 60 ओवर की जगह 50 ओवर के थे सेमिफाइनल में पहुचने वाली टीम थी इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत और पाकिस्तान पर भारत और पाकिस्तान की टीम फाइनल में अपनी जगह नहीं बना पाई थी. फाइनल में ईडन गार्डन्स के मैदान पर थी दो ऐसी टीम जो की अपने पिछले वर्ल्ड कप फाइनल को वेस्ट इंडीज के हाथो गँवा चुकी थी और ये पहला मौका था जब वेस्ट इंडीज फाइनल में नहीं थी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हरा कर पहली बार खिताब अपने नाम किया था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1992

इस वर्ल्ड कप के बारे में आप पढ़ कर ही समझ गए होंगे की इसमें अलग क्या है. इस वर्ल्ड कप में नया यह है कि इस वर्ल्ड कप से पिछले वर्ल्ड कप के दरमियान 5 सालो का अंतर है जबकि पिछले सभी वर्ल्ड कप में 4 साल का ही अंतर था 5 सालो के अंतर का कारण यह था की आईसीसी ने ये तय कर लिया था कि अगला वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड में ही होना है. यह भी तय था कि ये वर्ल्ड कप अक्टूबर-नवम्बर में ही होना है पर ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड में मौसम ऐसा नहीं रहता की अक्टूबर-नवंबर में क्रिकेट मैच हो सके. इसी कारण वर्ल्ड कप को स्थगित कर 1992 में रखा गया. ये वर्ल्ड कप क्रिकेट वर्ल्ड कप के इतिहास में पांचवा वर्ल्ड कप था. इस वर्ल्ड कप में एक नई टीम ने शिरकत की जिसका नाम है साउथ अफ्रीका. यह टीम सीधे ही आईसीसी की टेस्ट मान्यता को ले कर ही वर्ल्ड कप में खेली. इसकी सेमीफाइनलिस्ट टीम थी न्यूज़ीलैण्ड, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान. सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका को हराया और पाकिस्तान ने न्यूज़ीलैण्ड को उस समय सारी टीम एक ही ग्रुप में थी और फाइनल में थी पकिस्तान और इंग्लैंड. पाकिस्तान ने इंग्लैंड को हरा कर वर्ल्ड कप जीता था तब उस टीम के कप्तान थे इमरान खान.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1996

1996 वर्ल्ड कप पहला ऐसा वर्ल्ड कप था जिसमे मैच डे नाईट थे ये वर्ल्ड कप छटा वर्ल्ड कप था. इसमें भारत पाकिस्तान दूसरी बार मेज़बानी कर रहे थे जबकि श्रीलंका पहली बार मेजबानी कर रहा था. इस वर्ल्ड कप में ज़िम्बाब्वे नवीं टीम थी जो कि वर्ल्ड कप में टेस्ट मान्यताओ के साथ खेल रही थी. इस बार भी टीम को फिर से 2 ग्रुप में बांटा गया जिसमे एक ग्रुप में 6 टीम थी 4 आईसीसी की टेस्ट मान्यताओ वाली और दो एसोसिएट टीम. 3 नई एसोसिएट टीम थी यु.ए.ई., नीदर्लेंड्स और केन्या. इस बार सेमी फाइनल से पहले क्वाटर फाइनल मैच भी थे. इन सभी नॉक आउट मैचो को जीत कर फाइनल में दो टीम थी श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया फाइनल में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को हरा कर पहली बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 1999

वर्ल्ड कप 1999 सातवां वर्ल्ड कप था इस वर्ल्ड कप की मेजबानी 5 देशो ने की थी इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, आयरलैंड, नीदरलैंड और वेल्स. जिसमें प्रमुख मेज़बान था इंग्लैंड. इस वर्ल्ड कप में केन्या और स्कॉटलैंड दो नई एसोसिएट टीम थी. स्कॉटलैंड पहली एसोसिएट टीम थी जिसने 2 मैच की मेजबानी की थी. इस बार वर्ल्ड कप में क्वाटर फाइनल की जगह सुपर सिक्स नॉक आउट था जिसमें दोनों ग्रुप की टॉप 3 टीम को दुसरे ग्रुप की टॉप 3 टीम से भिड़ना था उसके बाद सेमीफाइनल और फाइनल. सेमी फाइनल की टीम थी पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड. फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना हुआ पाकिस्तान से जिसमे ऑस्ट्रेलिया आसानी से जीत गया था.

इसे भी पढ़े :

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2003

यह वर्ल्ड कप भी 1999 के नियमों के आधार पर ही खेला गया था. इस वर्ल्ड कप में भी सुपर सिक्स नॉक आउट स्टेज थी जिसमे 6 टीमो ने प्रवेश लिया था पर हैरानी की बात थी कि पाकिस्तान, वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो चुकी थी सुपर सिक्स की टीम थी भारत, ऑस्ट्रेलिया, ज़िम्बाब्वे, श्रीलंका, केन्या, न्यूज़ीलैण्ड. सेमीफाइनल की रेस में न्यूज़ीलैण्ड और जिम्बाम्बे बाहर हो चुकी थी और सेमी फाइनल में थी चार टीम भारत श्रीलंका ऑस्ट्रेलिया और केन्या. केन्या अभी तक के वर्ल्ड कप इतिहास की पहली और एकमात्र टीम थी जो कि एसोसिएट टीम होने के बावजूद सेमीफ़ाइनल में पहुंच गयी थी. केन्या सेमीफाइनल में भारत से हार गयी थी. फाइनल में थी भारत और ऑस्ट्रेलिया. ऑस्ट्रेलिया उस समय सबसे मज़बूत टीम थी और फाइनल में हुआ भी ऑस्ट्रलियाई खिलाड़ीयों की काबिलियत के मुताबिक़ ही. फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हरा कर तीसरी बार वर्ल्ड कप अपने नाम किया.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2007

वर्ल्ड कप 2007 भी कुछ माईनो में अलग था इस बार 16 टीम के बीच खेला गया था. जिसमे 10 टीम आईसीसी की मेम्बर थी और 6 टीम एसोसिएट टीम थी. इस बार ग्रुप स्टेज के साथ-साथ सुपर 8 भी था. ये भी एक प्रकार की ग्रुप स्टेज ही थी. जिसमे हर टीम 7 मैच खेलेगी. भारत और पाकिस्तान दोनों ही ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गयी थी जबकि एसोसिएट टीम आयरलैंड ने सुपर 8 के लिए क्वालीफाई कर लिया था. सुपर 8 से सेमी फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली टीम थी ऑस्ट्रेलिया. श्रीलंका, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका. फाइनल में पहुँचने वाली टीम थी श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया. जहां ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल जीतकर अपना चौथा खिताब जीता था.

क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011

ये वर्ल्ड कप भारत, श्रीलंका और पहली बार बांग्लादेश में होने जा रहा था. ये वर्ल्ड कप पाकिस्तान की सह मेजबानी में होने वाला था पर 2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमले ने पकिस्तान की मेजबानी के दरवाज़े बंद कर दिए थे. पाकिस्तान टीम के सारे मैच भारत से बाहर हुए सिर्फ उसके आखिरी मैच को छोड़ कर. उस वर्ल्ड कप में क्वाटर फाइनल मैच खेले गए थे जिसमे ग्रुप A से पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीम गई थी. ग्रुप B से भारत, साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्ट इन्डीज की टीम गई थी.सेमी फाइनल में थी भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, न्यज़ीलैण्ड. भारत ने चीर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को सेमी फाइनल में हराया था अभी तक भारत ने पकिस्तान को हर वर्ल्ड कप मैच में हराया है. श्रीलंका ने न्यूज़ीलैण्ड को सेमी फाइनल हरा दिया था. फाइनल में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भिड़ी भारत और श्रीलंका की टीम. वर्ल्ड कप इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था की फाइनल में दोनों ही टीम एशिया की थी फाइनल भारत ने जीता और एक बार फिर विश्व विजेता बना. युवराज सिंह को मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट का खिताब मिला.

वर्ल्ड कप 2015

वर्ल्ड कप 2015 ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैण्ड की सह मेजबानी में हुआ था. ये वर्ल्ड कप, वर्ल्ड कप इतिहास का आखिरी वर्ल्ड कप था ऐसा नहीं है कि अब वर्ल्ड कप नहीं होंगे. पर इस वर्ल्ड कप के बाद कोई वर्ल्ड कप नहीं हुआ. इस वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने ग्रुप स्टेज के 6 में से 6 मैच जीते और क्वाटर फाइनल में भी सातवां मैच जीता. पर इन जीतों में खास बात ये थी कि भारतीय टीम ने हर मैच में विपक्षी टीम के सभी 10 के 10 विकेट गिराए थे. भारत के 7 मैचों में 70 विकेट थे पर भारतीय टीम सेमी फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार कर बाहर हो गयी थी. सेमीफाइनल में दूसरी ओर न्यूज़ीलैण्ड ने साउथ अफ्रीका को हरा कर फाइनल में अपनी जगह तय की. और फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूज़ीलैण्ड को हरा कर विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम पांचवी बार किया था.

दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट करके अवश्य बताएं. यदि लेख में कोई त्रुटी हो तो उसकी जानकारी भी हमें अवश्य दें. धन्यवाद.

Leave a Comment