लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक उपाय | Laxmi Prapt karne ke Upay

देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने और धन प्राप्ति करने हेतु सरल उपाय | Laxmi ko prapt karne ke achuk aur saral upay in hindi

हर किसी की इच्छा होती है कि वह खूब धन संपत्ति कमाये और सुखी जीवन जिए. अपने इसी इच्छा की पूर्ति के लिए हर व्यक्ति दिन-रात मेहनत कर रहा है. लेकिन अधिकतर देखने मे आता है कि इतनी मेहनत के बाद भी या तो व्यक्ति को पर्याप्त धन नही मिलता है या धन बहुत आता है पर टिकता नही है. धन कहाँ खर्च हो जाता है कुछ समझ में नही आता.

यदि ऐसी कोई समस्या किसी के साथ है तो इसका यह तात्पर्य हुआ कि धन की देवी माँ लक्ष्मी आपसे प्रसन्न नही है. इसके लिए लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक उपाय कर सकते है. इन उपायों के द्वारा आप माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते है.

लक्ष्मी प्राप्ति के अचूक उपाय (Laxmi Prapt karne ke Upay)

महालक्ष्मी की उपासना

माँ लक्ष्मी को धन और सौभाग्य की देवी कहा जाता है. माँ लक्ष्मी की कृपा के बिना धन संपत्ति की कामना कभी पूरी नही होती है. इसलिए माँ लक्ष्मी की कृपा पाना अनिवार्य है. इसके लिए महालक्ष्मी की उपासना का विधान है. शुक्रवार का दिन महालक्ष्मी का दिन माना जाता है. इसलिए इस दिन महालक्ष्मी की उपासना करें. माँ लक्ष्मी के फोटो के सामने दीपक जलाएं, जो कि तिल का तेल या घी का हो. हल्दी और कुमकुम तिलक के लिए इस्तेमाल करे और पुष्प चढ़ाये. दूध की बनी मिठाई प्रसाद के रूप में चढ़ाये. उपासना के साथ माँ से प्रार्थना करे कि जीवन मे सुख और समृद्धि आये.

यंत्र की स्थापना

हमारे शास्त्रों में यंत्रो का भी विधान है. यंत्र भी मंत्र की तरह ही प्रभाव शाली और ताकतवर होते है. विशेष मुहूर्त में मंत्रो की शक्ति से सिद्ध किया गया यंत्र सकारात्मक माहौल बनाता है. साथ ही धन, सम्पति भी बढ़ाता है. धन प्राप्ति के लिए खासकर श्री यंत्र, महालक्ष्मी यंत्र, धन वर्षा यंत्र, व्यापार वृद्धि यंत्र, लक्ष्मी कुबेर यंत्र को स्थापित किया जाता है.
श्री यंत्र की स्थापना घर के ईशान कोण में ताम्र पत्र, रजत पत्र या भोज पत्र में बनवा कर की जा सकती है. उसमें प्राण प्रतिष्ठा करवाने के बाद इसकी पूजा कर सकते है.

श्री शुक्त मंत्र का पाठ

श्री शुक्त मंत्र का पाठ माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने का बहुत अच्छा माध्यम है. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए श्री शुक्त मंत्र बहुत महत्व रखता है. शुक्रवार के दिन श्री शुक्त मंत्र का पाठ किया जा सकता है. इसका पाठ माँ लक्ष्मी की पूजा करते वक़्त कर सकते है, साथ ही हवन करते वक़्त भी श्री शुक्त मंत्र का पाठ किया जा सकता है.

नारायण कवच का पाठ

नारायण कवच प्रमुख रूप से भगवान विष्णु को समर्पित मंत्र है. इस मंत्र के रोजाना पाठ से घर में सुख शांति के साथ ही सकारात्मकता बढ़ती है. भागवत पुराण के आठवें अध्याय के छठे स्कन्द में नारायण कवच के महत्व का वर्णन मिलता है. माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए एक मंत्र का रोजाना सुबह और शाम को जाप करे. प्रभाव जल्द ही देखने को मिलता है.

घर मे लड़ाई झगड़े से बचे

कहते है कि लक्ष्मी सिर्फ पैसा ही नही देती बल्कि घर में आपसी स्नेह और प्रेम की भावना भी देती है. यदि घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव रहता है, हर दिन लड़ाई झगड़े होते रहते है, तो ऐसी जगह में माँ लक्ष्मी वास नही करना चाहती है. इसलिए घर में हमेशा एक सकारात्मक माहौल बना कर रखे. तभी माँ लक्ष्मी की कृपा आप पर होगी.

तुलसी का पौधा लगाएं

ऐसा कहा जाता है कि तुलसी का पौधा और माँ लक्ष्मी बहन है. क्योंकि इन दोनों की उत्पत्ति उस समय वक़्त हुई थी जब देवताओं और दानवों ने अमृत प्राप्ति के लिए समुद्र में मंथन किया था. इसलिए यदि कोई अपने घर मे तुलसी का पौधा लगाता है और सुबह तुलसी को स्नान कराता है, और शाम के वक़्त तुलसी के पास दीपक जलाता है, ऐसे लोगो पर माँ लक्ष्मी की कृपा जरूर बरसती है.

बेवजह पानी बहाना बंद करे

कभी भी पानी बिना वजह के न बहाएं. सिर्फ उतना ही पानी इस्तेमाल करे, जितनी जरूरत होती है. बिना वजह पानी बर्बाद करना अशुभ माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि जिस घर मे पानी व्यर्थ में बहाया जाता है, वहाँ माँ लक्ष्मी नही रहती है. इसके साथ ही घर मे लगे नलों से पानी हर वक़्त टपकते नही रहना चाहिए. यह घर से पैसों के बहाव को दिखाता है.

धन का कुछ हिस्सा दान करे

हमारे संस्कृति मे हमेशा से ही दान को एक अच्छे कर्म के रूप मे जाना जाता है. हमेशा अपने कमाई का कुछ हिस्सा परोपकार में लगाएं. ऐसे कामो में धन लगाने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है.

साफ सफाई का ध्यान रखे

घर में साफ सफाई रखने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती है. इसलिए घर में हमेशा साफ सफाई का विशेष ध्यान रखे. सुबह-शाम घर में झाड़ू और पोछा जरूर लगाएं. लेकिन सूर्यास्त होने के बाद झाड़ू न लगाएं. ऐसा माना जाता है कि शाम के वक़्त माँ लक्ष्मी घर मे प्रवेश करती है. इसलिए शाम को सूर्यास्त के पहले ही साफ सफाई कर ले. झाड़ू रखने का स्थान भी विशेष महत्व रखता है. कभी भी झाड़ू को पैरों के नींचे ना आने दे. इससे माँ लक्ष्मी रुष्ट होती है. बिस्तर के नीचे झाड़ू न रखे.

रसोई का रखे ध्यान

रसोई में माँ अन्नपूर्णा और माँ लक्ष्मी का वास होता है. इसलिए यहाँ पर सफाई विशेष महत्व रखती है. कुछ बातों का ध्यान रखे जैसे कभी भी रसोई में बैठ कर भोजन न ग्रहण करे. अधूरा खाना छोड़ के या झूठे हाथ व मुंह रसोई में प्रवेश न करे. इसके साथ थाली में कभी भी भोजन न छोड़े. क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि किसी का झूठा खाने से उसकी दरिद्रता आपमे आ सकती है. इसलिए न कभी जूठा खाये और न ही खिलाएं.

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